नारायणगढ़ में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिलाओं के टीटी ऑपरेशन में हुई बड़ी लापरवाही
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लापरवाही
मंदसौर से हिम्मत सिंह की रिपोर्ट
नारायणगढ़ नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हर शनिवार को महिलाओं के टीटी ऑपरेशन एवं एलटीटी ऑपरेशन के शिविर का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में शनिवार को 15 महिलाओं को आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम के जरिए ऑपरेशन के लिए लाया गया। लेकिन इस बार ऑपरेशन में हुई बड़ी लापरवाही ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
शुरुआत में चार महिलाओं—तस्लीम बी, अनीता, मायावती, और पूजा को ऑपरेशन के लिए दोपहर 12 बजे ऑपरेशन कक्ष में ले जाया गया। करीब डेढ़ घंटे बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद डॉक्टर लंच के लिए चले गए। लेकिन दो घंटे बाद अचानक नए डॉक्टर ने परिजनों को सूचना दी कि महिलाओं के ऑपरेशन फिर से करने होंगे।
परिजनों ने आरोप लगाया कि पहले जिन डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया, उनके पास अनुभव नहीं था, जिससे गलत ऑपरेशन हो गया। बाद में आए नए डॉक्टर ने बिना सुन्न किए ऑपरेशन के टांके काट दिए, जिससे महिलाएं असहनीय दर्द झेलने को मजबूर हो गईं। उनकी चीख-पुकार सुनकर ऑपरेशन के लिए आईं बाकी महिलाएं, जो ड्रिप लगी हुई थीं, घबराकर अस्पताल से भाग गईं।
स्वास्थ्य केंद्र पर लापरवाही की इंतहा तब हुई, जब शाम 3:30 बजे से रात 7:30 बजे तक पूरा स्टाफ और डॉक्टर गायब मिले।
हमारे संवाददाता ने जब मौके का जायजा लिया, तो स्वास्थ्य केंद्र सुनसान पाया गया। बीएमओ और प्रभारी डॉक्टर अनिल पाटीदार से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी का फोन नहीं मिला। मजबूरन, मामले की जानकारी थाना प्रभारी को दी गई।
रात में एक डॉक्टर और महिला डॉक्टर के पहुंचने पर स्थिति थोड़ी नियंत्रण में आई। वहीं, सुबह कांग्रेस नेताओं—विजेश मालेचा, दिलीप यादव, और बाबूखा मेवाती ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से चर्चा की। नेताओं ने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर से दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो ब्लॉक कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।
एक बार फिर स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही ने मरीजों की जान को खतरे में डाल दिया है। यह घटना सिस्टम की खामियों को उजागर करती है। अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होती है या यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाता है